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Wednesday, 30 December 2020

एलेग्जेंडर ग्राहम बेल

 एलेग्जेंडर ग्राहम बेल एक वास्तविक एवं पितामह थे जिन्होंने टेलीफोन के आविष्कार किया ओर इन्हे एक स्कॉटिश वैज्ञानिक, खोजकर्ता, इंजिनियर और प्रवर्तक के नाम से भी जाने जाते हैं |


 



टेलीफोन के अविष्कार की कहानी –

3 मार्च सन 1847 ईo को एडिन्बुर्ग, स्कॉटलैंड में एलेग्जेंडर बेल का जन्म हुआ था तथा इनका पारिवारिक घर 16 साउथ शेर्लोट स्ट्रीट में था| तथा एलेग्जेंडर ग्राहम बेल के पिता का नाम प्रोफेसर एलेग्जेंडर मेलविल्ले बेल थे जो की एक आवाज / स्वर वैज्ञानिक थे, एलेग्जेंडर ग्रैहम बेल की माता का नाम एलिजा ग्रेस थी। ओर इनकी माता एक गृहिणी थी ,तथा इनकी माता सुन भी नहीं सकती थी | एलेग्जेंडर ग्राहम बेल के 2 भाई है जिनका नाम मेलविल्ले जेम्स बेल और एडवर्ड चार्ल्स बेल था | लेकिन इनकी बीमारी के कारण कम उम्र में ही मौत हो गई थी , 10 साल की उम्र में इन्होंने अपने पिता से अपने दो भाइयो के मध्य नाम की तरह अपना भी मध्य नाम रखने का निवेदन किया था। उनके परिवार और सहकर्मियों के अनुसार बेल बचपन से ही बहुत होशियार थे।


 


वक्तुत्व्कला और भाषणों से संबंधित काम में बेल के पिता, दादा और भाई भी जुड़े हुए थे तथा उनकी माँ ओर पत्नी दोनों कान से नहीं सुन सकते थे | एलेग्जेंडर ग्राहम बेल अपने घर पर ही प्रतिदिन भाषण और बात करने वाले उपकरणों के अविष्कार में लगे रहते थे इनका काम करने की लग्न ओर मेहनत से इनका दिमाग ओर भी तेज हो गए | 


 


एलेग्जेंडर ग्राहम बेल की प्रतिदिन खोज ओर अविष्कार से एक दिन वो एक नई आविष्कार 1876 में टेलीफोन की खोज किये तथा इन्हे बेल को यूनाइटेड स्टेट के पहले पेटेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का अविष्कार कर विज्ञान की दुनिया को सबसे बेहतरीन और सबसे प्रसिद्ध अविष्कार की खोज कर दिया था। टेलीफोन के आविष्कार के बाद एलेग्जेंडर ग्राहम बेल ने अपने जीवन में बहुत से अविष्कार भी किये है| एलेग्जेंडर ग्राहम बेल को दुनिया में टेलीफोन की आविष्कार का पितामह के नाम से भी जाने जाते थे |


 


टेलीफोन की खोज करने के बाद टेलीकम्यूनिकेशन, हीड्रोफ़ोइल और एरोनॉटिक्स जैसे खोज भी बेल ने किया |1898 से 1903 तक नेशनल जियोग्राफिक सोसाइटी में सेवा की और सोसाइटी के दुसरे प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत रहे।


 


 


एलेग्जेंडर ग्राहम बेल की शिक्षा

 


ग्राहम ने स्कूल में ज्यादा शिक्षा ग्रहण नहीं की थी, वे एडिन्बुर्ग रॉयल हाई स्कूल में जाते थे, लेकिन उन्होंने इसे 15 साल की उम्र में छोड़ दिया था. कॉलेज की पढाई के लिए ग्राहम ने पहले यूनिवर्सिटी ऑफ़ एडिन्बुर्ग में गए, इसके बाद लन्दन, इंग्लैंड की भी युनिवेर्सिटी गए लेकिन ग्राहम का यहाँ पढाई में मन नहीं लगा|


 


स्कूल छोड़ने के बाद ग्राहम अपने दादा के साथ लन्दन में रहने लगे, जहाँ उन्होंने इनके बहुत सी शिक्षा ग्रहण की. वे उनके साथ बेहरे लोगों के स्कूल जाया करते थे, और वहां करीब से इसके बारे में जाना करते थे. 1870 में ग्राहम के दोनों भाइयों की मृत्यु के बाद, इनका परिवार कैनेडा रहने चला गया. क्यूंकि इनके पिता को चिंता थी कि अलेक्जेंडर को भी वहां कोई बीमारी न हो जाये. कैनेडा आने के बाद अलेक्जेंडर अपने पिता के साथ काम करने लगे, इन्होने यहाँ ट्रांसमीटिंग टेलीफोनिक मेसेज में काम शुरू किया|


 


16 साल की उम्र में ही बेल वेस्टन हाउस अकैडमी, मोरे, स्कॉटलैंड के वक्तृत्वकला और संगीत के शिक्षक भी बने। इसके साथ-साथ वे लैटिन और ग्रीक के विद्यार्थी भी थे। इसके बाद बेल ने एडिनबर्घ यूनिवर्सिटी भी जाना शुरू किया, और वही अपने भाई मेलविल्ले के साथ रहने लगे थे। 1868 में अपने परिवार के साथ कनाडा शिफ्ट होने से पहले बेल ने अपनी मेट्रिक की पढाई पूरी कर ली थी और फिर उन्होंने लन्दन यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी ले लिया था।


 


 

एलेग्जेंडर ग्राहम बेल का पहला अविष्कार

 


बचपन से ही ग्राहम को इस दुनिया के प्रति एक अजीब सी जिज्ञासा थी, वे दुनिया की रचना उसके बारे में करीब से जानना चाहते थे. कम उम्र में ही वे घूम- घूम कर वनस्पति के नमूने इकट्ठे करते और उनके बारे में प्रयोग करते रहते थे. बचपन से ही ग्राहम अपनी माँ के बेहद करीबी थी, उन्हें उस समय गायन, कविता एवं कला में रूचि थी| ग्राहम अपनी माँ के बहरेपन से बहुत दुखी थे, उनसे अच्छे से बात करने के लिए ग्राहम ने हाथ का प्रयोग कर इशारे से बात करने की भाषा सीखी. ग्राहम का पूरा परिवार उनके दादा, पिता, अंकल सब बेहरे लोगों को शिक्षा देने के लिए कार्य किया करते थे, इसके लिए इन्होने बहुत से अविष्कार भी किये थे, जिसे आज भी याद किया जाता है|


 


 


एलेग्जेंडर ग्राहम बेल के अविष्कार

 


Alexander Graham Bell बेल ने सिर्फ 29 साल की उम्र में ही सन 1876 में टेलीफोन की खोज कर ली थी | इसके एक साल बाद ही सन 1877 में उन्होंने बेल टेलीफोन कम्पनी की स्थापना की | इसके बाद वह लगातार विभिन्न प्रकार की खोजो में लगे रहे | बेल टेलीफोन की खोज के बाद उसमे सुधार के लिए प्रयासरत रहे और सन 1915 में पहली बार टेलीफोन के जरिये हजारो किमी की दूरी से बात की | न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस घटना को काफी प्रमुखता देते हुए इसका ब्योरा प्रकाशित किया था | इससे न्यूयॉर्क में बैठे बेल ने सेन फ्रांसिस्को में बैठे अपने सहयोगी वाटसन से बातचीत की थी |


 


Alexander Graham Bell बेल शुरू से ही जिज्ञासु प्रवृति के थे और अपने विभिन्न विचारों को अमली जामा पहनाने के लिए लगे रहे थे | इसके अलावा उनकी विभिन्न खोजो पर उनके निजी अनुभवो का प्रभाव था | उदाहरण के तौर पर जब उनके नवजात पुत्र की साँस की समस्याओं के कारण मौत हो गयी , तो उन्होंने एक Metal Vacuum Jacket तैयार किया जिससे साँस लेने में आसानी होती थी | उनका यह उपकरण सन 1950 तक काफी लोकप्रिय रहा और बाद के दिनों में इसमें काफी सुधार किया गया |


 


विज्ञान के क्षेत्र में अनेको खोज अपने आस पास कई लोगो को बोलने और सुनने में कठिनाई होते देख उन्होंने इस दिशा में भी अपना धयान दिया | और सुनने की समस्या का आंकलन करने के लिए ऑडियोमीटर की खोज की | उन्होंने विभिन्न क्षेत्रो के अलावा वैकल्पिक उर्जा और समुद्र के पानी से नमक हटाने की दिशा में भी काम किया | बेल की कई क्षेत्रो में एक साथ दिलचस्पी थी और वह काफी देर तक अध्ययनशील रहते थे | वह देर तक Encyclopedia Britannica पढ़ते है |ग्राहम बेल के नाम 18 पेटेंट दर्ज है | इसके अलावा 12 पेटेंट उनके सहयोगियों के नाम दर्ज है | इन पेटेंटो में टेलीफोन ,फोतोफोन ,फोनोग्राफ और टेलीग्राफ शामिल है |


 


उन्होंने आइसबर्ग का पता लगानेवाला एक उपकरण भी बनाया था जिससे समुद्री यात्रा करने वाले नाविकों को खासकर अत्यधिक ठंडे प्रदेशो में विशेष मदद मिली | यही नही ग्राहम बेल ने चिकित्सा के क्षेत्र में भी काफी काम किया | साँस लेने के लिए उपयोगी उपकरण के साथ ही मूक बधिर लोगो की समस्या दूर करने के लिए भी काम किया | उन्होंने वैज्ञानिकी के क्षेत्र में भी अपने अमिट छाप छोड़ी है | मेटल डिटेक्टर जो आज आतंकवाद सहित अन्य प्रकार के अपराधो से लड़ने में कारगर साबित हो रहा है का आविष्कार भी ग्राहम बेल ने ही किया था |


 


Alexander Graham Bellग्राहम बेल को अपने जीवन में कई पुरुस्कार और सम्मान मिले | इन पुरुस्कारों में से एक था फ्रांस का वोल्टा सम्मान , जो उन्हें टेलीफोन की खोज के लिए दिया गया था | इस पुरुस्कार की स्थापना नेपोलियन बोनापार्ट ने भौतिकीविद वोल्टा के सम्मान में की थी | ग्राहम बेल का निधन 2 अगस्त 1922 को हो गया , पर अपनी महान खोजो के कारण वह जनमानस में सदैव जीवित रहेंगे |

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