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Thursday, 31 December 2020

रतन टाटा

 




भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के सेवामुक्त चेयरमैन रतन टाटा भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक हैं। रतन टाटा हजारों लाखों लोगों के लिए आदर्श है इन्होंने अपने जीवन में कड़े संघर्ष मेहनत की बदौलत यह मुकाम हासिल किया है। 1991 में रतन टाटा को टाटा ग्रुप के अध्यक्ष बनाए गए और 28 दिसंबर 2012 में रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की अध्यक्षता से इस्तीफा दे दिया परन्तु वे अभी भी टाटा समूह के चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बने हुए हैं। रतन टाटा, टाटा ग्रुप के अलावा सभी प्रमुख कम्पनियों जैसे टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा टी, टाटा केमिकल्स, इंडियन होटल्स और टाटा टेलीसर्विसेज के अध्यक्ष भी रहे हैं। रतन टाटा ने अपनी अगुवाई में टाटा ग्रुप को नई बुलंदियों पर पहुंचाने का काम किया है।


 


रतन टाटा का शुरुआती जीवन –


28 दिसंबर 1937 को मुंबई शहर में रतन टाटा का जन्म हुआ था। 1940 के दशक में जब रतन टाटा के माता-पिता (सोनू टाटा और नवल टाटा) एक दूसरे से अलग हुए उस समय रतन टाटा 10 साल के थे और उस वक्त उनका छोटा भाई जिमी सिर्फ 7 साल का था। इसके बाद इनकी दादी नवजबाई टाटा ने इन दोनों भाइयों का पालन पोषण किया था। रतन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूल से हुई और माध्यमिक शिक्षा कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से। इसके बाद उन्होंने अपना बी एस वास्तुकला में स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग के साथ कॉर्नेल विश्वविद्यालय से 1962 में पूरा किया। तत्पश्चात उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से सन 1975 में एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा किया।


 


रतन टाटा का कैरियर –


भारत लौटने से पहले रतन टाटा लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में जोन्स और एमोंस में कुछ समय के लिए काम किया। रतन टाटा ने अपने करियर की शुरुआत टाटा ग्रुप के साथ 1961 में किया। रतन टाटा, एक चीज कहते थे मैं अलग ढंग से करना चाहता वो है और अधिक आउटगोइंग होना। उन्होंने टाटा ग्रुप मे शुरुआती दिनों में उन्होंने टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर कार्य किया। उसके बाद 1971 में इन्हें राष्ट्रीय रेडियो और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी (नेल्को) में प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया। इसके बाद 1981 में रतन टाटा, टाटा इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बने और कुछ साल बाद जेआरडी टाटा ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया और रतन टाटा को अपना उत्तराधिकारी 1991 में घोषित कर दिया। रतन टाटा की अध्यक्षता में टाटा मोटर्स ने अपनी पहली भारतीय कार टाटा इंडिका लॉन्च की जो काफी सफल भी रही। उन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर टाटा ग्रुप को इतनी उचाइयो तक पहुचाया है जिसे हम अभी वर्तमान में देख रहे है |


 


 टाटा समुह जिसकी स्थापना जमशेदजी टाटा ने की और उनके परिवार की पीढियों ने इसका विस्तार किया और इसे दृढ़ बनाया। 26 मार्च 2008 को टाटा टी ने टेटली, टाटा मोटर्स ने ‘जैगुआर लैंड रोवर’ और टाटा स्टील ने ‘कोरस’ का अधिग्रहण कर भारतीय बाजार में तहलका मचा दिया। दुनिया की सबसे सस्ती कार बनाने का सपना भी रतन टाटा का ही था। रतन टाटा का सपना था कि 1 लाख रु की लागत की दुनिया की सबसे सस्ती कार बनायी जाए। नई दिल्ली में ऑटो एक्सपो में 10 जनवरी, २००८ को इस कार का उदघाटन कर के उन्होंने अपने सपने को पूर्ण किया। हालाँकि बाद में इन्होंने 28 दिसंबर 2012 को टाटा समूह के सभी कार्यकारी जिम्मेदारियों से सेवानिवृत्त हो गए थे और उनकी जगह 44 वर्षीय साइरस मिस्त्री को दी गई। टाटा समूह से अपने कार्यों से निवृत होने वाले रतन टाटा ने हाल ही में ईकॉमर्स कंपनी स्नैपडील, अर्बन लैडर और चाइनीज़ मोबाइल कंपनी जिओमी में भी निवेश किया है। अभी रतन टाटा प्रधानमंत्री व्यापार और उद्योग परिषद और राष्ट्रीय विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता परिषद के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त हैं।


 


पुरस्कार :


 


• 2006साइंस की मानद डॉक्टरइंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रास


• 2005साइंस की मानद डॉक्टरवारविक विश्वविद्यालय


• 2005अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य अचीवमेंट अवार्ड


• 2004प्रौद्योगिकी के मानद डॉक्टर एशियन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी


• 2004उरुग्वे के ओरिएंटल गणराज्य की पदकउरुग्वे की सरकार


• 2001बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के मानद डॉक्टरओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी


• 2008मानद फैलोशिपइंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान


• 2008मानद नागरिक पुरस्कारसिंगापुर सरकार


• 2008साइंस की मानद डॉक्टरइंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुर


• 2008साइंस की मानद डॉक्टरइंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबई


• 2008लॉ की मानद डॉक्टरकैम्ब्रिज विश्वविद्यालय


• 2008लीडरशिप अवार्डलीडरशिप अवार्ड


• 2007परोपकार की कार्नेगी पदक अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए कार्नेगी एंडोमेंट


• 2012मानद फैलोइंजीनियरिंग की रॉयल अकादमी


• 2010इस साल के बिजनेस लीडर एशियाई पुरस्कार


• 2014कानून की मानद डॉक्टरन्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, कनाडा


• 2015ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग की मानद डॉक्टर क्लेमसन विश्वविद्यालय

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